देखो आसमां में खिलकर सूरज निकल रहा है,
देश का परचम अब ऊँचा उड़ रहा है !
वर्षो का अँधेरा रोशन हो रहा है,
गरीब की रसोई से धुआं हट रहा है !
मेरा देश, मेरा देश, मेरा देश....
मेरा देश बदल रहा है…आगे बढ़ रहा है !
मेरा देश बदल रहा है…आगे बढ़ रहा है !
बेटियों को पढ़ा कर परिवार बन रहा है,
गरीब को मिला सहारा, कारोबार वो कर रहा है !
किसान की फसल को बीमा कवर मिल रहा है !
मेरा देश, मेरा देश, मेरा देश....
मेरा देश बदल रहा है…आगे बढ़ रहा है !
मेरा देश बदल रहा है…आगे बढ़ रहा है !
युवाओ के हाथो से ये भारत संवर रहा है,
गाँवों की सड़क से अब शहर जुड़ रहा है !
बैंक अब सभी का खाता खोल रहा है,
रेल का सफ़र अब सबको भा रहा है !
हुनर के होंसले से रोजगार बढ़ रहा है !
मेरा देश, मेरा देश, मेरा देश....
मेरा देश बदल रहा है…आगे बढ़ रहा है !
मेरा देश बदल रहा है…आगे बढ़ रहा है !
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